राज्य

विवाद में आरोपी नरेश मीणा को निवाई कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया

टोंक
राजस्थान के देवली-उनियारा (टोंक) में एसडीएम थप्पड़कांड को लेकर तनाव का माहौल तीसरे दिन भी बरकरार है। इस विवाद के बाद जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने पहली बार बयान दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मांगें पूरी करने के लिए प्रस्ताव भेजे जाएंगे, लेकिन आचार संहिता समाप्त होने के बाद ही इन पर कार्रवाई संभव होगी। विवाद में आरोपी नरेश मीणा को निवाई कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया। टोंक, निवाई, देवली और उनियारा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। चार हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है ताकि शांति बनी रहे।

जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा और एसपी विकास सांगवान ने समरावता गांव का दौरा कर ग्रामीणों से मुलाकात की। कलेक्टर ने बताया कि घटना से पहले उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को छह बार कॉल किया था, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने यह भी कहा कि गायब लोगों की पूरी सूची बनाई गई है और जांच के बाद उचित कार्रवाई होगी।

कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने जयपुर में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से मुलाकात की। इस बैठक में ग्रामीण भी शामिल हुए। उन्होंने ग्रामीणों की शिकायतों को सरकार के सामने रखा और समाधान का आश्वासन दिया। इस घटना के बाद जयपुर में हड़ताल कर रहे RAS एसोसिएशन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर खराड़ी ने यह जानकारी दी।

कलेक्टर का बयान और कार्रवाई की दिशा
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता विवाद को सुलझाना है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आचार संहिता समाप्त होने के बाद ग्रामीणों की मांगें पूरी की जाएंगी।

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