भोपालमध्य प्रदेश

भूमाफियों के खिलाफ अग्रवाल महासभा का आक्रोश – CM को पत्र लिखकर अनिल अग्रवाल पर हो रही ज्यादतियों पर कार्रवाई की मांग

भोपाल
 अखिल भारतीय अग्रवाल महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश अग्रवाल ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हुए राज्य में भूमाफियों की बढ़ती गुंडागर्दी और अनिल अग्रवाल पर हो रहे अत्याचारों को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। महासभा की ओर से दिए गए पत्र में आरोप लगाया गया है कि भूमाफियों के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि वे सैकड़ों गुंडों के साथ अनिल अग्रवाल की जमीन पर अवैध कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। यही नहीं, अनिल अग्रवाल और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियाँ भी दी जा रही हैं, जिससे उनके जीवन पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

सतीश अग्रवाल ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की समस्या नहीं है, बल्कि समाज के सभी कानून-प्रिय नागरिकों के लिए एक चेतावनी है कि यदि ऐसे असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो कानून-व्यवस्था का मखौल उड़ता रहेगा।

मुख्य सचिव से भी की कार्रवाई की मांग

अग्रवाल महासभा ने इस पत्र की एक प्रति राज्य के मुख्य सचिव को भी भेजी है, जिसमें उन्होंने मुख्य सचिव से अपील की है कि वे जिला कलेक्टर, एसडीएम, और तहसीलदार को स्पष्ट निर्देश दें कि दोषियों के खिलाफ तत्काल सख्त कदम उठाए जाएं। महासभा ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि अनिल अग्रवाल और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि वे बिना किसी भय के अपने जीवन और संपत्ति की रक्षा कर सकें।

महासभा का कड़ा रुख – भूमाफियों पर रोक की मांग

सतीश अग्रवाल ने कहा कि अग्रवाल समाज इस अन्यायपूर्ण कृत्य के खिलाफ एकजुट है और यदि समय रहते प्रशासन ने कठोर कदम नहीं उठाए, तो समाज के लोग सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि भूमाफियों के खिलाफ यह लड़ाई सिर्फ कानून-व्यवस्था का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह समाज की सुरक्षा और सम्मान का सवाल है।

कड़ी कार्रवाई की मांग

अखिल भारतीय अग्रवाल महासभा ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में किसी अन्य व्यक्ति को इस प्रकार की पीड़ा न सहनी पड़े। समाज के सम्मानित नागरिकों को संरक्षण देना सरकार की जिम्मेदारी है, और इस मामले में सरकार का कदम ही यह निर्धारित करेगा कि वह असामाजिक तत्वों के खिलाफ कितनी सख्ती से पेश आती है।

समाज की आवाज बुलंद

यह पत्र अग्रवाल समाज और अन्य सामाजिक संगठनों के लिए एक आह्वान है कि वे भी अपने सदस्यों की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के लिए आगे आएं।

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