ग्वालियर, उज्जैन सहित प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश की वजह फिजिकल टेस्ट की तारीख फिर आगे बढ़ी
ग्वालियर
मध्य प्रदेश में पुलिस आरक्षक (जीडी) एवं (रेडियो) की भर्ती वर्ष- 2024 की शारीरिक दक्षता परीक्षा का एक बार फिर आगे बढ़ा दिया गया है। ग्वालियर, उज्जैन सहित प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश की वजह से वो मैदान खराब हो गए हैं, जहां दक्षता परीक्षा ली जानी थी। ऐसे में इसे आगे बढ़ाना पड़ा है।
नए आदेश के मुताबिक 30 सितंबर 1 अक्टूबर और 2 अक्टूबर, 2024 को होने वाला शारीरिक दक्षता टेस्ट को रिशेड्यूल किया गया है। अब यह टेस्ट क्रमश: 18, 19 और 20 नवंबर 2024 को लिया जाएगा। टेस्ट सेंटर, स्थान और बाकी तिथियों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। संबंधित अभ्यर्थी अपना संशोधित दिनांक का प्रवेश-पत्र मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते है।
आचार संहिता की वजह से रुकी थी शारीरिक दक्षता परीक्षा
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा 7411 पदों पर भर्ती की जा रही है। इसमें से ओबीसी आरक्षण को लेकर 13 प्रतिशत पदों पर परिणाम रोका गया था। भर्ती परीक्षा के परिणाम जारी होने के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा होना थी। लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की वजह से इसे आगे बढ़ा दिया गया था।
जानिए कब होगी शारीरिक दक्षता परीक्षा
पुरानी तारीख नई तारीख
30 सितंबर 18 नवंबर
1 अक्टूबर 19 नवंबर
2 अक्टूबर 20 नवंबर
2023 में हुई थी 6 हजार आरक्षकों के पदों पर भर्ती
इसके पहले 2023 में 6 हजार पुलिस आरक्षकों के पदों पर भर्ती हुई थी। प्रदेश में इसके बाद फिर से जून 2023 में 7411 आरक्षकों के पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। इसके बाद से यह प्रक्रिया चल रही है। इन पदों में 33 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
मध्य प्रदेश में यहां बनाए गए हैं सेंटर
पुलिस भर्ती शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रीवा, रतलाम, बालाघाट, सागर और मुरैना में होनी है। यहां हर दिन 200 से अधिक अभ्यर्थी इसमें हिस्सा लेंगे। इसमें से 15 प्रतिशत महिला अभ्यर्थीं होंगी।
ऐसे होगी शारीरिक दक्षता परीक्षा
इस बार शारीरिक दक्षता परीक्षा में कुछ बदलाव किए गए हैं। पहले अभ्यर्थी को पास या फेल किया जाता था, लेकिन इस बार इसके नंबर दिए जाएंगे। परीक्षा में दौड, लंबी कूद, गोला फेंक भी होगा। इन सभी में आरएफआईडी (रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) चिप का उपयोग किया जाएगा। जिससे हर टेस्ट में सही गणना हो पाएगी।