बीटिंग-द-रिट्रीट बॉर्डर सेरेमनी में दर्शको की सख्यां बढ़ने से भारत की तरफ बैठने की क्षमता बढ़ाने पड़ी
वाघा बॉर्डर
भारत-पाकिस्तान वाघा बॉर्डर! नाम सुनते ही लोगों के जेहन में भारत की तरफ से BSF और पाकिस्तान की तरफ से रेंजर्स जवानों की जोशीली परेड का दृश्य तैरने लगता है। बॉर्डर पर हर शाम होने वाली इस बीटिंग-द-रिट्रीट बॉर्डर सेरेमनी में जहां भारत की तरफ से भारत माता की जय… हिंदुस्तान जिंदाबाद… वंदे मातरम के नारे लगते हैं तो पाकिस्तान की तरफ से पाकिस्तान जिंदाबाद की नारेबाजी होती है। हालांकि, पाकिस्तान की तरफ से जोश में पिछले कुछ समय से गिरावट देखी जा रही है। हाल यह हो रहा है कि कई बार तो परेड के दौरान पाकिस्तान की तरफ से नारे लगाने वालों के लाले पड़ जा रहे हैं, जबकि भारत की तरफ लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।
वाघा बॉर्डर पर बढ़ाना पड़ा बैठने का इंतजाम
BSF के अधिकारियों का कहना है कि वाघा बॉर्डर पर परेड देखने के लिए कुछ समय पहले तक जगह कम पड़ती जा रही थी। तब यहां परेड देखने आने वालों के लिए सिटिंग कपैसिटी बढ़ानी पड़ी। मौजूदा समय में करीब 17 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। भारतीयों में देशभक्ति का जोश इस कदर बढ़ता जा रहा है कि हर दिन यहां दर्शकों के बैठने की यह क्षमता फुल ही नहीं बल्कि 20 से 21 हजार दर्शकों तक भी पहुंच जाती है। पाकिस्तान की तरफ पहले से ही सिटिंग कैपेसिटी कम है। अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ से करीब 6 हजार लोग ही बैठ सकते हैं, उसमें भी अब अक्सर आधी से ज्यादा खाली रहती है।
पाकिस्तान का हाल उलट, आधी खाली रहती हैं सीटें
अधिकारियों ने कहा कि एक समय था जब भारत और पाकिस्तान की तरफ से लगभग बराबर लोग आते थे। दोनों तरफ से जमकर नारेबाजी होती थी। अब भारत की तरफ से तो लोग बढ़ते ही जा रहे हैं, मगर पाकिस्तान की तरफ से कई बार 500 और इससे भी काफी कम पाकिस्तानी परेड देखने आ रहे हैं। हमें भी यह थोड़ा अजीब लगता है लेकिन इसमें हम कुछ नहीं कर सकते क्योंकि यह पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का अंदरूनी मामला है।
भारत की तरफ से हर बार कुछ नया
भारत की तरफ से इस परेड में हर बार कुछ ना कुछ नया किया जा रहा है। पिछले कुछ समय से BSF महिलाओं की BOLDS राइफल टीम यहां अपने करतब दिखाती है। महिला जवान राइफलों को अपनी उंगलियों पर नचाती हुई परेड करती हैं। यह टीम 26 जनवरी और 15 अगस्त समेत कुछ अन्य खास मौकों पर राइफलों के साथ यह हैरतअंगेज करतब करती है। परेड का समय भी सर्दियों और गर्मियों के हिसाब से ऊपर-नीचे होता रहता है। अब गर्मियों में परेड शुरू होने का समय शाम 5:30 बजे से कर दिया गया है। सर्दियों में यह टाइमिंग 4:30 और 5:00 बजे की थी।