जर्दा देने से किया इनकार तो टीचर को गोलियों से भूना, सिपाही ने किए कई राउंड फायर
मुजफ्फरनगर
यूपी के मुजफ्फरनगर से बड़ी वारदात सामने आई है। रविवार देर रात यहां मामूली सी बात पर एक पुलिसकर्मी ने स्कूल टीचर पर गोलियां बरसा दीं। टीचर की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वाराणसी से एक पुलिस टीम यूपी बोर्ड की कॉपियां लेकर मुजफ्फरनगर आई थी। इसी दौरान गाड़ी में किसी बात को लेकर बहस होने लगी। देखते ही देखते हेड कॉन्स्टेबल ने शिक्षक पर कार्बाइन से कई राउंड फायरिंग कर दी। यह घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र के एसडी इंटर कॉलेज के पास हुआ। गोलाबारी के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मी को हिरासत में ले लिया, जबकि शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
पुलिस के अनुसार, यूपी बोर्ड उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन के लिए एक ट्रक में भरकर वाराणसी से लाया गया था। ट्रक में सवार शिक्षक और उनकी सुरक्षा में चल रहे पुलिसकर्मी के बीच किसी बात को लेकर हुए विवाद के बाद फायरिंग हुई। पुलिसकर्मी की सरकारी रायफल की गोली लगने से शिक्षक की मौत हो गई। शिक्षक मूल रूप से जनपद चंदौली का बताया जा रहा है।
14 मार्च को बनारस से चली थी टीम
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश ने अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार को गोली मार दी। वाराणसी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और संतोष कुमार एक पुलिस टीम के साथ 14 मार्च को चले थे। प्रयागराज, शहाजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां उतारकर ये लोग देर रात में मुजफ्फरनगर पहुंचे थे। एसडी इंटर कॉलेज का दरवाजा बंद होने के कारण गाड़ी में ही विश्राम कर रहे थे। गाड़ी में आगे ड्राइवर के साथ सब इंस्पेक्टर नागेंद्र चौहान और अध्यापक संतोष कुमार थे। पीछे मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश, अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे।
किसी को आराम नहीं करने दे रहा था मुख्य आरक्षी
पुलिस ने बताया कि अभी तक ये जानकारी मिली है कि मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश शराब के नशे में था और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से बार-बार तंबाकू मांग रहा था और किसी को आराम नहीं करने दे रहा था। जब अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार ने इस पर आपत्ति की तो चन्द्रप्रकाश ने उन पर सरकारी कार्बाइन से फायरिंग कर दी। गोली लगने से अध्यापक धर्मेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।