बाहरी प्रभावों के बिना अपने डिसिजन लेने का फ्रीडम पसंद है: सामंथा
सामंथा रुथ प्रभु का ‘ऊ अंटावा’ साल 2021 का एक मशहूर गाना साबित हुआ। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया कि वे गाने के पहले शॉट के वक्त कांप रही थीं। उन्होंने दोबारा डांस नंबर नहीं करने का फैसला भी किया है। सामंथा ने बताया कि 'ऊ अंटावा' करने और 'द फैमिली मैन' में राजी की भूमिका निभाने का डिसिजन एक-जैसा था। उन्हें बाहरी प्रभावों के बिना अपने डिसिजन लेने का फ्रीडम पसंद है। सामंथा ने कहा कि मैंने 'ऊ अंटावा' करना इसलिए चुना क्योंकि वह प्रदर्शन की एक नई शैली तलाशना चाहती थीं।
हालांकि शुरूआत में वे गाने को लेकर अनकंफर्टेबल महसूस हुई थीं। उन्हें खुद पर कॉन्फिडेंस नहीं आ पा रहा था। सामंथा ने कहा- मैंने हमेशा इस सोच से काम किया है कि मैं बहुत अच्छी नहीं हूं। मैं सुंदर नहीं लगती। मैं दूसरी लड़कियों की तरह नहीं दिखती। इसलिए मेरे लिए, यह एक बड़ी चुनौती थी। वास्तव में जब 'ऊ अंटावा' का पहला शॉट था… उस वक्त मैं डर से कांप रही थी। क्योंकि सेक्सी लगना मेरी लिए आसान नहीं था। ये गाना परफॉर्म करना कुछ ऐसा था, जो मैंने इसके पहले कभी नहीं किया था। मैं हमेशा से खुद को अनकंफर्टेबल, मुश्किल और असुविधाजनक परिस्थितियों में डालती हूं। जब सामंथा से पूछा गया कि क्या वे दोबारा कोई डांस नंबर करेंगी? उन्होंने कहा- नहीं, मुझे अब इसमें कोई चुनौती नजर नहीं आती। उन्होंने यह भी कहा कि इस गाने को अपनाने के पीछे उनका उद्देश्य इस मैसेज को आगे बढ़ाना था कि जो महिलाएं अच्छी दिखना चाहती हैं, उन्हें लोगों के जजमेंट से आगे बढ़ना चाहिए। सामंथा बोलीं- मुझे लगता है कि, मेरे लिए गाने की लीरिक्स चुनौतीपूर्व थी। मुझे लगता है कि हम महिलाओं को अच्छा दिखने की चाहत के आधार पर जजमेंट से आगे बढ़ना चाहिए।
असल में ऐसा कुछ भी नहीं है जो हम नहीं कर सकते हैं। सामंथा रुथ प्रभु को आखिरी बार रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'खुशी' में देखा गया था, जिसमें विजय देवरकोंडा लीड रोल में थे। सामंथा की अपकमिंग फिल्म 'सिटाडेल' है, जिसमें वरुण धवन उनके साथ लीड रोल में नजर आने वाले हैं। इसका निर्देशन राज और डीके ने किया है। पिछले साल सामंथा मायोसाइटिस नाम की बीमारी के चलते चर्चा में थीं। सामंथा रुथ प्रभु ने खुद बताया था कि वो मायोसाइटिस नाम की बीमारी से पीड़ित हैं जो एक आॅटोइम्यून बीमारी है, जो शरीर में मसल्स को कमजोर बना देती है। बताया जाता है कि इस बीमारी की वजह से बॉडी मसल्स में दर्द रहता है और इसका कोई सटीक इलाज नहीं है, इसके लिए एक हेल्दी लाइफस्टाइल की जरूरत होती है।