बीजेपी बोली- लाभ पहुंचाने रची थी साजिश, कांग्रेस का जवाब- कमीशन का खेल शुरू
सरगुजा.
लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग शुरू गई है। चुनावी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। दोनों एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं। एक दूसरे के कार्यकाल को लेकर जमकर आरोप लगा रहे हैं। आज शनिवार को छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस की पिछली भूपेश सरकार का प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा करके सिर्फ भ्रष्टाचार ही करना मकसद नहीं था, बल्कि वह इसकी आड़ में टूलकिट के तौर पर रोहिंग्याओं को इस्तेमाल करके ऐसे तत्वों से अपने साजिशाना एजेंडे पर काम करवाना चाहती थी। ऐसे मामले की जांच होनी चाहिए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कांग्रेस पार्टी का डीएनए हमेशा भ्रष्टाचार में डूबा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने ऐसे ही कुछ कारनामे अपने शासनकाल में किए हैं जो अब धीरे-धीरे खुलते चले जा रहे हैं। भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से जिन विषयों को छुआ, उसी में उन्होंने घोटाले और भ्रष्टाचार किए। बहला-फुसलाकर अपनी गोद में उठाकर और उन्हीं के साथ घोटाले करके छत्तीसगढ़वासियों के साथ, किसान, मजदूर, महतारी, नौजवानों के साथ कांग्रेस पार्टी ने खुला छल किया। सबको पता है कि बेमेतरा जिले के बारगांव में किसान सम्मान निधि योजना के लिए 1 हजार 456 किसान पात्र के तौरह पर रजिस्टर्ड किए गए थे। उन सबके खातों में राशि आ गई। जब प्रारंभिक आशंका हुई और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसकी जांच प्रारंभ की तब 854 ऐसे खाते मिले जो उस गांव के रहने वाले नहीं हैं। उनके नाम कोई जमीन ही नहीं है, न खेती है और न ही उनका वहां पर कोई निवास है। इन 854 खातों का रजिस्ट्रेशन कांग्रेस के शासनकाल में हुआ। 854 अपात्र ऐसे हैं, जो ज्यादातर पश्चिम बंगाल से हैं।
'छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाकर पूजा करने का ढोंग'
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि छत्तीसगढ़ियावाद की बात करने वाले छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाकर उसे पूजने का ढोंग करने वाली कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ के किसानों के हिस्से में जो पैसा आने वाला है, उनके लिए इतना बड़ा षड्यंत्र कर रही है। 854 बचत खातों का नंबर, उसकी पासबुक होना, 854 लोगों से संपर्क होना गंभीर विषय है। उन्होंने सवाल दागते हुए पूछा कि जो पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, हरियाणा के हैं, ऐसे लोगों से कांग्रेसियों ने संपर्क कैसे किया? किस आधार पर और क्यों ऐसे लोगों से संपर्क किया? क्या किसी के भी पास किसी का सेविंग अकाउंट नंबर हो सकता है? ऐसे लोगों के साथ कांग्रेसियों ने लिंक क्यों रखा है? क्या ऐसे लोग छत्तीसगढ़ में आकर कोई अपराध करके भाग नहीं सकते हैं? ऐसे लोगों को यहां क्यों बुलाया जाता है? आखिर इसका सत्यापन करने के लिए कभी-न-कभी तो यहां आए होंगे और आए होंगे तो इन्हें किसने बुलाया? किसके कहने पर बुलाया? गुप्ता ने कहा कि मामला ऐसा है जो छत्तीसगढ़ की फिजा को खराब करने वाला है। इस मौके पर मीडिया पैनलिस्ट सुनील चौधरी उपस्थित रहे।
कांग्रेस का पलटवार- राजस्व निरीक्षक भर्ती में घोटाला
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि साय सरकार बनते ही भाजपाई अपना मूल काम कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार की काली खेल में जूट गये हैं। जनवरी 2024 में हुआ राजस्व निरीक्षक विभागीय परीक्षा में भारी गड़बड़ियां और घोटाला हुआ है। साय सरकार के मंत्रियों एवं भाजपा नेताओं ने अपने करीबियों को नियुक्त करने के लिए भारी भरकम लेन-देन किया है भ्रष्टाचार कर योग्य उम्मीदवारों के अधिकारो का हनन किया है। राजस्व निरीक्षक विभागीय परीक्षा को लेकर छत्तीसगढ़ राजस्व निरीक्षक संघ पटवारी संघ ने परीक्षा परिणाम में भारी गड़बड़ियां होने की शंका जाहिर की हैं। परीक्षा की जांच कराने की मांग की है।
'सरगुजा से ही 27 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन होना एक बड़ी हेराफेरी'
उन्होंने कहा कि कहा कि राजस्व निरीक्षक विभागीय परीक्षा में सरगुजा से ही 27 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन होना एक बड़ी हेराफेरी घोटाला और लेनदेन को उजागर कर रहा है। इस पूरी शिकायत की पारदर्शी तरीके से सीबीआई की जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए। इस गड़बड़ी की निष्पक्ष जांच के लिये राजस्व मंत्री को हटाया जाए।